महादेव एप
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मुंबई क्राइम ब्रांच की विशेष जांच टीम (एसआईटी) को चर्चित महादेव सट्टेबाजी एप धोखाधड़ी मामले में बड़ी कामयाबी मिली है। 15,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की जांच कर रही एसआईटी ने पहली गिरफ्तारी की है। मुंबई पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम दीक्षित कोठारी (27) है। पुलिस के मुताबिक, पिछले साल कोर्ट के आदेश के बाद माटुंगा पुलिस ने महादेव सट्टेबाजी एप घोटाले को लेकर मामला दर्ज किया था और फिर मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया।
एसआईटी के मुताबिक दीक्षित कोठारी धोखाधड़ी मामले का मुख्य आरोपी है। एसआईटी ने खुलासा किया है कि कोठारी के ईमेल एड्रेस का इस्तेमाल कर महादेव एप से जुड़े वेबसाइट का डोमेन लिया गया था और वह पिछले दो वर्षों से रखरखाव शुल्क के लिए 20 लाख रुपये का भुगतान कर रहा था।
महदेव सट्टेबाजी एप मामले में एसआईटी अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। अधिकारियों ने कहना है कि भारत में सट्टेबाजी पर प्रतिबंध के बावजूद आरोपियों ने कानूनी खामियों का फायदा उठाते हुए वेबसाइट को विदेशी डोमेन पर पंजीकृत किया और भारत में सट्टेबाजी की सुविधा प्रदान की गई।
माटुंगा पुलिस ने मजिस्ट्रेट अदालत के आदेश पर कार्रवाई करते हुए प्रमुख कंपनियों सहित 31 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। एफआईआर में नामजद अभिनेता साहिल खान को भी एसआईटी ने तलब किया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए। अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत खारिज कर दी।
महादेव एप का मालिक रवि उप्पल हिरासत में…
महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी एप के मालिक रवि उप्पल को 14 दिसंबर, 2023 को दुबई में हिरासत में लिया गया था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आदेश पर इंटरपोल द्वारा जारी रेड नोटिस के आधार पर दुबई की पुलिस ने यह कार्रवाई की थी। ईडी के अधिकारी 43 वर्षीय उप्पल भारत लाने के लिए दुबई के अधिकारियों के संपर्क में हैं। एप के एक अन्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर को दुबई में नजरबंद किया गया है। उसके खिलाफ भी रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ था। ईडी चंद्राकर और उप्पल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की भी जांच कर रही है।